JOURNAL

A nation never falls if its motto is to give education to the people of the country. https://bit.ly/3nTLq1H

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Campus of a university itself is a part of the learning course in a student’s life. It helps students come out of their shells and convert their weaknesses into their strength. Campus life is beyond the infrastructural and academic training programs. It enriches students with a once in a life time opportunity to live through the experiences that otherwise is earned very hard. It has plethora of events lined up throughout its academic year, related to the academic, sports, cultural, religious, entertainment or those related to social causes. In this context, Seminars, Workshops, Symposiums, Exhibitions, Cultural get together and a variety of Competitions that become a part and parcel of the Campus life at Srajan College.

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Success Sutras for Aspiring Entrepreneurs

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मालवा चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज एवं सृजन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड साइंस के संयुक्त तत्वाधान में इंडस्ट्री इंस्टीट्यूट पार्टनरशिप प्रोग्राम (आईआईपीपी) का शुभारंभ। 15 विद्यार्थियों का चयन। मालवा चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज एवं सृजन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड साइंस के संयुक्त तत्वाधान में इंडस्ट्री इंस्टीट्यूट पार्टनरशिप प्रोग्राम मालवा चेम्बर आफ कॉमर्स मध्य प्रदेश के सचिव श्री वरुण जी पोरवाल, अतिथि द्वेय श्री गुस्ताद अंकलेसरिया तथा श्री संजय व्यास ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया प्रारंभ में कॉलेज के चेयरमैन अनिल झालानी ने स्वागत भाषण में विद्याार्थियों को इस प्रारम्भ किये गए नवीन योजना का लाभ का आव्हान किया। मालवा चेंबर के प्रदेश सचिव वरुण पोरवाल ने उद्बोधन में बताया कि इंडस्ट्री इंस्टिट्यूट पार्टनरशिप प्रोग्राम एक ऐसी कार्यप्रणाली है जो उद्योग एवं शिक्षण संस्थान के बीच सामंजस्य स्थापित कर सेतु का कार्य करती है, जिससे विद्यार्थी को रोजगार ,व्यवसाय एवं उद्योग स्थापित करने में सहयोग प्रदान होl रतलाम की प्रमुख औद्योगिक इकाइयों को रतलाम के इंजीनियरिंग आईटीआई आदि कॉलेजों से सामंजस बनाकर वर्तमान समय में जो आधुनिक एवं नवीन तकनीक जैसे उपकरण, मशीनरी, रोबोटिक आदि से अध्ययनरत विद्यार्थियों से साझा किया जाएगा एवं उन्हें उद्योगों पर प्रशिक्षण देकर नए नवीन टेक्नोलॉजी तकनीक युक्त उपकरणों पर समझने एवं कार्य करने हेतु अवसर प्रदान किया जाएगा जिससे कि विद्यार्थियों को देश विदेशों की नवीन तकनीक संबंधित जानकारी प्राप्त हो सके विद्यार्थियों को स्वयं का रोजगार व्यवसाय प्रारम्भ करने हेतु भी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, पोरवाल ने यह भी बताया कि मालवा चेंबर ऑफ कॉमर्स से हम राज्य एवं केंद्र सरकार के माध्यम से अध्यनरत विद्यार्थियों को जर्मनी, अमेरिका आदि जैसे देशों में प्रशिक्षण सुविधाएं प्राप्त हो ऐसी पहल कर रहे हैं, जिससे कि यहां के अध्ययनरत विद्यार्थी दूसरे देशों की नवीन तकनीक से रूबरू हो सकें l कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुस्ताद अंकलेसरिया ने मालवा चेंबर ऑफ कॉमर्स एवं सृजन कॉलेज को बधाई प्रेषित करते हुए पाठ्यक्रम को अत्यंत लाभकारी बताया जिससे कि विद्यार्थी नई टेक्नोलॉजी से रूबरू हो सके l अपने व्यवसाय के माध्यम से विद्यार्थियों को ऑटोमोबाइल क्षेत्र में नवीन तकनीक की जानकारी उपलब्ध कराने हेतु अपनी प्रतिबद्धता जताई l विशिष्ट अतिथि मालवा ऑक्सिजन के डाइरेक्टर श्री संजय व्यास ने विद्यार्थियों से समय की उपयोगिता के बारे में चर्चा कर उन्हें अपने उद्योग द्वारा हर प्रकार की सहायता करने की प्रदान करने का आश्वासन दिया साथ ही यह भी कहा की विद्यार्थी उनके उद्योग में आकर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते है एवं वर्तमान समय में उपयोग हो रही टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं इंडस्ट्रीज इंस्टीट्यूट पार्टनरशिप प्रोग्राम के तहत कटारिया प्लास्टिक, कटारिया इरीगेशन, मालवा ऑक्सीजन ,अंकलेसरिया ऑटोमोबाइल, पोरवाल इंडस्ट्रीज एवं जीआर इंडस्ट्रीज द्वारा 15 विद्यार्थियों का चयन भी किया गया अतिथियों का स्वागत काॅलेज प्राचार्य श्री जे.एस. यादव ने किया। संचालन सृजन कॉलेज की ट्रेनिंग प्लेसमेंट एंड ट्रेनिंग ऑफिसर संतोष टांक ने किया , आभार मालवा चेंबर के संभाग प्रमुख संस्कार कोठारी ने माना इस अवसर पर सम्माननीय उद्योगपति, फैकल्टीज व विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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पत्रकरिता का व्यवसाय जोखिम और प्रतिदिन चुनौती भरा है। इस पेशे में सार्वजानिक हितों की उपेक्षा नहीं की जा सकती। पारदर्शिता से पत्रकारिता की जाये तो बेहतर रहता है। आज का समय तकनिकी के नए नए रूप लेता हुआ नज़र आ रहा है। इसलिए पत्रकारिता में अपडेट रहने की बहुत आवश्यकता है। यह बात वरिष्ठ पत्रकार श्रेणिक बाफना ने सृजन कॉलेज के मास कम्युनिकेशन विभाग द्वारा सम्मान समारोह के अवसर में कही। वहीँ वरिष्ठ पत्रकार ऋषिकुमार शर्मा ने कहा की पत्रकारिता के पेशे को नीलकंठ महादेव के सामान है। जो इस व्यवसाय से जुड़ गया वो जीवन भर विषपान करता है, निर्भीकता के साथ अपने निजी विचारों को छोड़ कर आमजन की समस्यायों को शासन व् समाज के सामने मुखरता से प्रकाशित करता है। यही उसका नैतिक धर्म है। गौरतलब है की सृजन महाविद्यालय द्वारा आयोजित पत्रकार सम्मान समारोह में वरिष्ठ पत्रकार श्रेणिक बाफना व ऋषिकुमार शर्मा को उनके द्वारा पत्रकरिता में किये उच्च कार्यों के लिए सम्मान रूपी प्रशस्ति पत्र दे उनका सम्मान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार शरद जोशी ने कहा पत्रकार को अपनी दृष्टि शासन व समाज की गतिविधियों पर रखना ही उसकी जिम्मेदारी है। पत्रकार की नज़र से कोई चीज छूटना नहीं चाहिए। प्रेस क्लब के अध्यक्ष मुकेश गोस्वामी ने विशेष अतिथि के रूप में कहा पत्रकारिता का व्यवसाय श्रम साध्य के साथ साथ समाज में गरिमा का स्थान भी है। सृजन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड साइंस के चेयरमैन अनिल झलानी ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा की आज राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस के मौके पर हम पत्रकार की सेवाओं के योगदान के लिए सम्मान समरोह की परम्परा की शुरुआत कर रहें हैं जिसे निरंतर प्रति वर्ष किया जायेगा। सृजन महाविद्यालय का उद्श्य समाज में नए जुझारु और जिज्ञासु पत्रकार तैयार करना है, जो समाज को नई दिशा दिखाने में खरे उतरें। कार्यक्रम में पत्रकरिता विभाग के विद्यार्थियों कविता व्यंग व भाषण की प्रस्तुति देकर अपनी कला से परिचय कराया। कार्यक्रम में शहर के उपस्थित पत्रकारों में सुरेंद्र जैन, रमेश टाक, गोविन्द उपाध्याय, हेमंत भट्ट,भुवनेश पंडित, मिश्रीलाल सोलंकी,नीरज शुक्ला, तुषार कोठारी, सहित पत्रकार जगत से जुड़े शहर के लगभग सभी मीडिया कर्मी मौजूद रहे। सञ्चालन लेखक-कविताकार निसर्ग दुबे द्वारा किया गया, वहीँ आभार भाषण सृजन महाविद्यालय पत्रकरिता विभाग के प्राचार्य डॉ मोहन परमार द्वारा किया गया। https://youtu.be/KleDS1sfYEc

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विद्यार्थियों में उद्यमशीलता का बढावा देने हेतु सृजन महाविद्यालय रतलाम में आयोजित हुआ उद्यम सेमिनार नये भारत की नई सोच को लेकर सृजन महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने एम.एस.एम.ई. का सेमिनार उद्यमशीलता का ज्ञान अर्जित किया। इसी विषय को और विस्तार से विद्यार्थियों को समझाने व नए उद्यम खडे करने का प्रोत्साहन देने के लिए मालवा चेम्बर ऑफ़ कामर्स के अध्यक्ष श्री विरेन्द्र पोरवाल ने विद्यार्थीयों के समक्ष विशिष्ट सेमिनार लिया, जिसमें उन्होंने हर समस्या के समाधान जैसे विचार को एक उद्यम में कैसे बदला जाए इस पर बात कही। विद्यार्थियों ने सेमिनार में मौजूद अतिथियों से अपने सवाल रखे व यह जानने का प्रयास किया कि नए भारत में उद्यमशीलता का कितना दायरा है। इस सवाल पर जी.आर. इन्डस्ट्रीज के श्री मोहित पगारिया व श्री सुंधाशू व्यास ने एक मत होकर विद्यार्थीयों को जवाब दिया कि जिस समय उन्होंने अपना उद्योग,खडा किया था तब इसके दायरे का हमें भी ज्ञान नहीं था बस यह पता था कि उद्यम शूरू करना है इसी प्रकार आपकोे भी एक जूनुन की आवश्यकता होनी चाहिए उद्यम का दायरा खूद बढा सकते है। श्री अनिल झालानी, चेयरमेन सृजन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नालाॅजी एवं मेनेजमेंट रतलाम ने विद्यार्थीयों को उद्यमशील बनने के लिए हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया, श्री झालानी ने कहा आज का भारत उद्यमी भारत है और इसके लिए हर विद्याार्थीयों अपनी तरफ से छोटे ही सही पर शूरूआत जरूर करना चाहिए। अंत में विद्यार्थीयों को सेमिनार में उपस्थित होने पर प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। कार्यक्रम का सारांश व आभार सृजन महाविद्यालय के प्राचार्या डाॅ जे.एस.यादव ने किया एवं संचालन निसर्ग दुबे द्वारा किया गया।

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सृजन इंस्टीट्यूट के विद्यार्थियों को मिला सहज योग का ज्ञान। युवाओं में अवसाद अनिद्रा जैसी कई समस्याओं को मद्देनजर रख निर्मला माताजी सहज योग के कार्यकर्ताओं द्वारा सहज योग का ज्ञान विद्यार्थियों को काॅलेज परिसर में दिया, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों में उनकी चेतना को जागृत करना अपना ध्य्य चुनना व चिंतामुक्त रहकर चितंन शक्ति को बढ़ावा देना रहा। विद्यार्थियों को सहज योग क्रिया से उनके अनुभवों के आधार पर शुरूआती लाभ महसूस हुए व निरन्तर इसके अभ्यास के लिए उन्हें प्रोत्साहन दिया।

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Nisarg Dubey.

अंगदान दिवस पर सृजन महाविद्यालय में हुआ अंगदान जागरूक कार्यक्रम समय-समय पर हिन्दू ग्रंथो के माध्यमों से यह जानकारी प्राप्त होती रही है कि अंगदान भारतीय संस्कृति का एक हिस्सा रहा है। ऐसा एक किस्सा महान ऋषि दधिचि का शास्त्रों से मालूम होता है जिसमें उन्होंने अपनी हड्डियों का दान देवताओं को शस्त्र बनाने के लिए किया जिससे असूरों का नाश हो सके। इसी तरह महान दयालु राजा शिवि की कहानी जिन्होनें एक कबूतर कि जान बाज से बचाने के लिए अपने शरीर का मास उस बाज को दे दिया। ये कहानियाँ सृजन महाविद्यालय में आयोजित अंगदान जागरूक कार्यक्रम में स्वामी आत्मानंद जी (डाण्डी महाराज) ने शास्त्रोक्त प्रसंग के माध्यम से अंगदान की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में डाॅ गिरिश गौड द्वारा विद्यार्थीयों को विशिष्ट रूप से स्वस्थ रहने के लिए कई उपाय बताये व समय-समय पर रक्तदान करने हेतू प्रेरित किया व अंगदान करने के लिए आज से ही मानसिक रूप से तैयार होने के लिए कहा। कार्यक्रम का सारांश सृजन महाविद्यालय के चेयरमेन व समाजसेवी अनिल झालानी ने अपनी माताजी के 30 वर्ष पूर्व नेत्रदान का उल्लेख कर विद्यार्थियों को बताया व अंगदान के विषय पर स्वयं विचार करने के लिए विद्यार्थीयों को सलाह दी जिसमें उन्होंने इस विषय पर खूद के लिए भी चिंतन जोड़ा व आगे चलकर एक सकारात्मक निर्णय लेने का प्रण लिया। कार्यक्रम मुस्कान गुप्र व सेवा संस्थान के तत्वाधान मे हुआ कार्यक्रम का संचालन निसर्ग दुबे द्वारा किया गया।

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